कैंसर।

कैंसर को आज के समय में भी एक बहुत ही खतरनाक और जान लेवा बिमारी माना जाता है। जैसे ही किसी व्यक्ति को यह पता लगता है की उसको या उसके किसी मित्र या रिस्तेदार को कैंसर जैसी बीमारी है,वैसे ही एक भय और निराशा का वातावरण रोगी को और उसके परिवार को घेर लेता है। हर कोई ये समझ लेता है की जीवन में अब कुछ शेष बचा ही नहीं है। कैंसर की पुस्टी होते ही जीवन समाप्त मान लिया जाता है। मगर आज कैंसर जैसी बीमारी के लिए भी उपचार है जिससे इस बिमारी को रोका जा सकता है। कई आधुनिक उपचार विधियों के उपयोग से इस बिमारी से पूर्ण रूप से मुक्ति हो सकती है। बस जरूरत है बीमारी और उसके इलाज़ की सही जानकारी की।

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कैंसर क्या है।

कैंसर एक ऐसी बीमारी होती है जिसमे शरीर की कोशिका एक असमान्य तरिके से अनियंत्रित होकर विकसित होने लगती है। जिस कारण से शरीर के सामान्य कार्य को बाधित करती है। धीरे धीरे कोशिका का यह अनियंत्रित विकास शरीर के मुख्य और आवश्यक कार्य को रोक देता है , और व्यक्ति धीरे धीरे रोगी होता जाता है।

कैंसर की पुस्टि होने पर परिवार को क्या करना चाहिए।

कैंसर की पुस्टि होते ही सवसे पहला प्रभाव रोगी के परिवार के सदस्यो पर पड़ता है। उनमे डर, उदासी ,निराशा ,और भृम का माहौल बन जाता है। उनको कुछ समझ ही नहीं आता है की क्या करें क्या नही करें । ऐसी स्थिति में परिबार और मित्रों को क्या करना चाहिए वो इस प्रकार है

  • सवसे पहले हमको भयभीत नहीं होना चाहिए।
  • सवसे पहले अपने और परिबार के बीच जो भी नकारत्मक विचार हो उनको दूर करना चाहिए।
  • मरीज़ को एक दम अधिक सुरक्षा देना नहीं चाहिए।
  • मरीज़ के आस पास दोस्ती का माहौल बनाया जाये।
  • मरीज़ के आस पास एक दम से रिस्तेदारो की भीड़ भाड़ न लगने दे।
  • मरीज़ को सहयोग दे न की सहनभूति।
  • मरीज़ के आत्म बल को बढ़ाने के लिए उससे सलाह ले उसको सामान्य चीजों में हल्का पुलका व्यस्त रखें।
  • मरीज़ को एक सामान्य व्यक्ति की तरह ही रहने दे। एक दम से कोई बड़ा बदलाव न करें।
  • मरीज़ के साथ धीरे धीरे अधिक समय व्यतीत करें।
  • मरीज़ के साथ घूमना फिरना योग करना शुरू करें।
  • मरीज़ के सामने कोई भी निराशा की बात न करें।
  • मरीज़ के भीतर उत्साह ,उमंग को बनाये रखें।
  • मरीज़ के भीतर जीवन के प्रति आनंद और प्रेम को बनाये रखें।
  • मरीज़ के साथ छुआछूत नहीं करना चाहिए।

कैंसर का उपचार चुनाव।

परिवार में जब किसी को कैंसर की पुस्टि होती है। तब हमको क्या करना चाहिए किस उपचार के लिए हमको जाना चाहिए। इन चीजों को ले कर हम बहुत ही भर्म में होते है ,तो ऐसे में हमको क्या करना चाहिए वो इस प्रकार है।

  • समाज में फैली हुयी गलत जानकारी पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
  • वैज्ञानिक और आधुनिक चिकत्सा पर भरोसा करना चाहिए।
  • डॉक्टर की सलाह के अनुसार बीमारी का इलाज़ करवाना चाहिए।
  • सही जांच करवाकर योग्य चिकत्सक से इलाज़ करना चाहिए।
  • किसी की सलाह तंत्र मंत्र जादू आदि पर समय बरबाद नहीं करना चाहिए।
  • कैंसर के उपचार में विशेषता रखने बाले डॉक्टर से ही इलाज़ करना चाहिए।
  • किसी भी सामान्य डॉक्टर के पास इसका इलाज हो पाना सम्भव नहीं है।

निष्कर्ष :

जैसे की हम जान चुके है जैसे ही परिवार में किसी को कैंसर की पुस्टी होती है। वैसे ही सारा परिवार सव कुछ समाप्त होता महसूस होने लगता है। बीमारी से कम और चिंता और तनाव से रोगी और उसका परिवार ज्यादा परेशान हो जाता है। ऐसे में हम सही जानकारी और व्यवहार से कैंसर जैसी बीमारी से मुक्त हो सकते है। इसलिए हमको कैंसर जैसी बीमारी से निपटने के लिए सही और आधुनिक तरीके से कोशिस करना चाहिए।