डिप्रेशन के लिए डाइट।
डिप्रेशन अर्थात अवसाद मानसिक स्वास्थ्य की एक ऐसीस्थिति है ,जिसका प्रभाव हमारे शरीर ,मन, भाव विचार और सोच पर पड़ता है। डिप्रेशन की समस्या से निबटने के लिये पोषक और संतुलित आहार बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। संतुलित और पोषक तत्वों से युक्त आहार मस्तिष्क के भीतर रसायनों को संतुलित करता है ,और डिप्रेशन की स्थिति से निपटने में बहुत सहायक होता है। एक माह में 7 किलो वजन घटाने का डाइट प्लान।

डिप्रेशन में आहार का महत्त्व।
- डिप्रेशन मानसिक स्वास्थ्य की ऐसी स्थिति होती है। जो हमारे शरीर ,मन, भाव और विचारों पर दुष्परिणाम डालती है। जिंस वजह से हमारा मस्तिष्क ऊर्जाहीन अनुभव करता है। एक अच्छा और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन मस्तिष्क को ऊर्जा और पोषण प्रदान करता है। योग तनाव मुक्ति के लिए
- डोपामीनऔर सेरोटोनिन जैसे व्यवहार को संचालित करने वाले रसायनों का निर्माण संतुलित मात्रा में करने में सहायक होता है।
- थकावट, नींद की कमी, कमज़ोरी ,चिड़चिड़ापन आदि लक्षणों से निपटने में सहायक होता है।
- डिप्रेशन की कारण रोगी के पाचन तंत्र के भीतर जो गड़बड़ी हो जाती है। उसको संतुलित और उच्च फाइबर युक्त भोजन द्वारा आसानी से दूर किया जा सकता है। डिप्रेशन क्या है ?
- डिप्रेशन के कारण मानसिक स्वास्थ्य के साथ साथ शारीरिक स्वास्थ्य पर भी दुष्परिणाम होता है। जिस कारण रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम हो जाती है। अच्छे और संतुलित आहार से रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। मंत्र योग व्यक्तित्व विकास और सुधार।
डिप्रेशन के लिए संतुलित डाइट प्लान।
- सुबह उठते ही
ए गिलास गुनगुना पानी और थोड़ा सा का रस मिलाकर पी
- सुबह 8 से 9 के मध्य
दलिया सब्जियों के साथ साथ में थोड़े से अलसी के बीज।
या
दो ब्राउन ब्रेड टोस्ट साथ में उबले हुए अंडे या 50 ग्राम पनीर।
या
फल खेला सेव पपीता।
या
ग्रीन टी बिना शक्कर और दूध।
- मिड मॉर्निंग भोजन 11 बजे
कोई भी उपलब्ध फल जैसे संतरा ,अनार ,सेब, पपीता, खरबूजा कीवी आदि।
या
एक मुट्ठी भर मखाने या भुने हुए चने।
- दोपहर का भोजन एक से दो के मत
मल्टीग्रेन रोटी एक , साथ में दाल या चना या राजमा या पनीर ,हरी सब्जी,लौकी ,तुरई, टिंडा ,परमल, गाजर आदि।
या
सलाद, खीरा, गाजर ,टमाटर आदि।
- शाम की चाय पांच से छह के मध्य
शाम को एक कप ग्रीन टी।
और
एक मुट्ठी भुने हुए चने या मखाने या मूंगफली।
- रात्रि भोजन 7.5 से 8:00 बजे के मध्य
मूंग दाल खिचड़ी जिसमे थोड़ी मात्रा में चावल , से अधिक मात्रा में मूंग दाल , और सब्जियां मिलाकर बनाएं।
या
दो मल्टीग्रेन रोटी और हरी सब्जी।
या
यह मिक्स वेजीटेबल सूप।
या
सलाद और दही।
- सोने से पहले रात्रि
सो ग्राम दूध ,अश्वगंधा के साथ लेना डिप्रेशन में बहुत लाभदायक रहता है। प्रत्येक रात सोने से पहले अश्वगंधा युक्त दूध का सेवन रोगी को अवश्य करना चाहिए।
डिप्रेशन से नुकसान देने बाले खाद पदार्थ।
जब व्यक्ति डिप्रेशन की अवस्था में होता है। तब उसको कुछ खाद्य पदार्थों से अपने को दूर रखना चाहिए। क्योंकि ये खाद्य पदार्थ मूड को बहुत तेजी से बिगाड़ते हैं। जैसे जंक फूड ,फास्ट फूड और अत्यधिक शुगर से युक्त खाद्य पदार्थों को देने से रोगी का मूड बिगड़ सकता है।
बहुत ज्यादा कैफीन जैसे चाय ,कॉफी ,तम्बाकू ,सिगरेट ,आदि कैफीन युक्त भोज्य पदार्थों को लेने से चिंता और अनिद्रा की समस्या बहुत अधिक बढ़ जाती है।
चीनी सेरोटोनिन असंतुलन को बढ़ाने में मदद करता है। चीनी शराब ,नशे और डिप्रेशन को और अधिक गहरा ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
डिप्रेशन में उपयुक्त खाद्य पदार्थों से स्वयं को दूर रखना अत्यंत आवश्यक है। इन खाद्य पदार्थों को दूर कर एक संतुलित और पोषणयुक्त खाद्य पदार्थ अपनी दिनचर्या में शामिल करना, डिप्रेशन से निजाद पाने में बहुत अधिक लाभदायक होता है। इसलिए इन भोज्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए। अच्छा स्वास्थ्य वर्धक भोजन डिप्रेशन के रोगियों के लिए बहुत लाभदायक होता है।
मूड को सुधारने वाले खाद्य पदार्थ।
डिप्रेशन में कुछ खाद्य पदार्थ रोगी के मूड को सुधारने में बहुत लाभदायक होते हैं। जो कि निम्न प्रकार है। इन खाद्य पदार्थों का उपयोग रोगी के मूड को सही करने और अच्छा बनाए रखने में किया जा सकता है। जैसे डार्क चॉकलेट इसमें 70% से अधिक कोको पाया जाता है। जो मस्तिष्क को शांत और उससे निकलने वाले रसायनों को संतुलित रखने में सहायक होता है। इसके अतिरिक्त केला, नट्स ,आवाकाडो, फिश, ओमेगा थ्री ,फैटी एसिड ,पालक , दही और प्रोबायोटिक फूड ये सब आंत का स्वास्थ्य और मूड दोनों ही सही करते हैं। विशेषकर प्रोबायोटिक्स फूड डिप्रेशन से मुक्ति पाने के लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है। प्रोबायोटिक्स और मानसिक स्वास्थ्य।
विशेष न्यूट्रिएंट आधारित डाइट।
डिप्रेशन की अवस्था में कुछ विशेष ब्रेन फ्रेंड्ली न्यूट्रिएंट डाइट है। जो रोगी की अवस्था में बहुत लाभ दायक होती है।
पोषक तत्व और उनके कार्य निम्न प्रकार हैं।
ओमेगा थ्री फ़ैटी एसिड ,अखरोट आदि डोपामिन और सेरोटिनिन की मात्रा को बढ़ाते हैं।
ट्रिप्टोफेन ,दही ,अंडे, केला ,काशीफल के बीज सेरोटोनिन निर्माण में सहायक होते हैं।
विटामिन बी 12 और फोलेट ये पालक ,अंडा, दाल आदि में पाया जाता है। ये न्यूरो फंक्शन करने में बहुत सहायक होते हैं।
मैगनीशियम काजू आदि पत्तेदार सब्जियों आदि में पाया जाता है। यह चिंता को कम करने में सहायक होता है।
प्रोबायोटिक्स दही ,कांजी ,आचार ,छाछ ,आदि में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये आंत और मन दोनों के संबंधों को मजबूत करता है। यह व्यक्ति के मूड को सही रखने में सहायक होता है। प्रोबायोटिक फूड घर पर कैसे बनाएँ ?
आवश्यक सुझाव।
- समय पर भोजन ग्रहण करें अत्यधिक समय खाली पेट रहने से मूड स्विंग्स बहुत तेजी से होते हैं। इसलिए लंबे समय तक खाली पेट रहने से बचें। यम “आष्टांग योग” और व्यक्तित्व विकास।
- उचित मात्रा में पानी पी कर स्वयं को हाइड्रेट रखें। पानी कम पीने से थकान कमजोरी चिड़चिड़ापन बहुत अधिक बढ़ जाता है। इसलिए थोड़ी थोड़ी देर पर पे पदार्थ का सेवन करते रहें।
- एक्सरसाइज को भी अपने जीवन में महत्वपूर्ण स्थान दे अच्छी डाइट और अच्छे व्यायाम के सहयोग से शरीरऔर मन दोनों को ही मजबूत और शक्तिशाली बनाया जा सकता है। जिससे डिप्रेशन की स्थिति से निकलने में सहायता प्राप्त होती है।
- मेडिटेशन और योग को अपने जीवन में अपनाएं सुबह उठकर हल्का योगाभ्यास ओर प्राणायाम डिप्रेशन से मुक्त होने में बहुत ज्यादा लाभदायक होता है। योग आसन का अभ्यास कैसे करे ?
निष्कर्ष।
डिप्रेशन एक गंभीर रोग के रूप में भी हो सकता है। उचित देखभाल और उपचार के साथ साथ अच्छी स्वास्थ्य वर्धक खाने की आदतें और पोषणयुक्त भोजन हमारे शरीर और मन दोनों को ही शक्तिशाली ,मजबूत और ऊर्जाबान बनाते हैं। जिससे डिप्रेशन से मुक्त होना आसान हो जाता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को स्वथ्य ,संतुलित और पोषक तत्वों से युक्त भोजन को अपने जीवन में शामिल करना चाहिये।